UPSC सिविल सेवा परीक्षा: रैंक के अनुसार अनुमानित पोस्ट वितरण की कैटेगरी वाइस डिटेल रिपोर्ट (महिला आरक्षण सहित)
परिचय
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इस परीक्षा के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं में नियुक्तियाँ की जाती हैं। प्रत्येक वर्ष लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में भाग लेते हैं, लेकिन चयन केवल कुछ हजार अभ्यर्थियों का ही होता है।
UPSC परीक्षा का अंतिम परिणाम रैंक के आधार पर घोषित होता है और उम्मीदवारों को उनकी प्राथमिकता, कैटेगरी (अनारक्षित, OBC, SC, ST, EWS), उपलब्ध सीटें तथा महिला आरक्षण जैसे मापदंडों के अनुसार सेवाएँ आवंटित की जाती हैं। इस रिपोर्ट में हम अनुमानित रूप से यह समझने का प्रयास करेंगे कि किस रैंक तक कौन-सी सेवा मिलने की संभावना होती है, वह भी अलग-अलग कैटेगरी और महिला आरक्षण को ध्यान में रखते हुए।
1. सेवाओं का वर्गीकरण
UPSC CSE के माध्यम से मुख्यतः निम्नलिखित सेवाओं में चयन होता है:
- अखिल भारतीय सेवाएं:
- IAS (Indian Administrative Service)
- IPS (Indian Police Service)
- केंद्रीय सेवाएं (Group A):
- IFS (Indian Foreign Service)
- IRS (Indian Revenue Service – IT & Customs)
- IRTS, IAAS, IDAS, etc.
- ग्रुप B सेवाएं:
- DANICS, DANIPS, Pondicherry Civil Service आदि
2. सेवा आवंटन में प्रभाव डालने वाले कारक
सेवा आवंटन पूरी तरह से मेरिट सूची पर आधारित होता है, लेकिन इसमें निम्नलिखित कारकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है:
- कुल उपलब्ध सीटें
- कैटेगरी वाइज आरक्षण
- महिला उम्मीदवारों को मिलने वाला क्षैतिज आरक्षण
- उम्मीदवार की सेवा वरीयता
- मेडिकल फिटनेस
3. अनुमानित रैंक के आधार पर सेवा वितरण (सामान्य वर्ग – General)
रैंक रेंज (अनुमानित) | संभावित सेवा |
---|---|
1 – 90 | IAS |
91 – 250 | IFS / IRS (IT) |
251 – 450 | IRS (C&CE), IAAS, IDAS |
451 – 600 | IRTS, IPoS, etc. |
601 – 900 | ग्रुप A की अन्य सेवाएं |
900+ | कुछ ग्रुप B सेवाएं (DANICS आदि) |
4. कैटेगरी वाइज रैंक और सेवा अनुमान (पिछले वर्षों के ट्रेंड पर आधारित)
1. अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
रैंक रेंज (अनुमानित) | संभावित सेवा |
---|---|
1 – 300 (OBC रैंक) | IAS |
301 – 500 | IFS / IRS (IT) |
501 – 700 | IRS (C&CE), IDAS |
701 – 1000 | अन्य ग्रुप A सेवाएं |
उदाहरण: यदि कुल रैंक 450 है और कैटेगरी में रैंक 120 है, तो IAS मिलने की पूरी संभावना रहती है।
2. अनुसूचित जाति (SC)
रैंक रेंज (SC रैंक) | संभावित सेवा |
---|---|
1 – 120 | IAS |
121 – 250 | IFS / IRS (IT) |
251 – 400 | अन्य ग्रुप A सेवाएं |
नोट: SC कैटेगरी से IAS की कटऑफ रैंक लगभग 450-500 तक जाती है।
3. अनुसूचित जनजाति (ST)
रैंक रेंज (ST रैंक) | संभावित सेवा |
---|---|
1 – 80 | IAS |
81 – 150 | IRS, IFS |
151 – 300 | अन्य ग्रुप A सेवाएं |
नोट: ST के लिए IAS की कटऑफ रैंक लगभग 600-650 तक होती है।
4. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)
रैंक रेंज (EWS रैंक) | संभावित सेवा |
---|---|
1 – 120 | IAS |
121 – 250 | IFS / IRS (IT) |
251 – 400 | IRS (C&CE), IRTS |
5. महिला आरक्षण और प्रभाव
महिलाओं के लिए आरक्षण “क्षैतिज” होता है, यानी कैटेगरी के भीतर ही लागू होता है। इसका तात्पर्य यह है कि कोई महिला अगर सामान्य वर्ग से चयनित होती है तो वह सामान्य कटऑफ पर ही जाती है।
महिला उम्मीदवारों के लिए विश्लेषण
- IAS में महिलाओं का चयन सामान्यतः पहले 100-120 रैंक में अधिक होता है।
- यदि किसी कैटेगरी (जैसे SC या OBC) में महिला सीटें खाली होती हैं तो निचली रैंक पर भी चयन संभव होता है।
- IRS जैसी सेवाओं में महिला प्रतिनिधित्व तुलनात्मक रूप से अधिक होता है।
महिला चयन उदाहरण (UPSC 2022 डेटा पर आधारित)
रैंक | नाम | सेवा | कैटेगरी |
---|---|---|---|
1 | श्रुति शर्मा | IAS | General (महिला) |
3 | गामिनी सिंगला | IAS | General (महिला) |
10 | सृष्टि जयंत देशमुख | IAS | OBC (महिला) |
6. विशेष केस और कोटियाँ
PwBD (Persons with Benchmark Disabilities)
हर सेवा में PwBD श्रेणी के लिए भी आरक्षण होता है। उन्हें उनकी विकलांगता की श्रेणी के अनुसार सेवाएं दी जाती हैं (जैसे VI, HI, LDCP आदि)। इनकी कटऑफ रैंक अपेक्षाकृत अधिक होती है।
ऑल इंडिया रैंक बनाम कैटेगरी रैंक
UPSC परिणामों में दी गई “All India Rank” मुख्य आधार होती है। आरक्षण के आधार पर कैटेगरी रैंक की भी गणना होती है लेकिन सेवा आवंटन में मुख्य भूमिका अखिल भारतीय रैंक की होती है।
7. पिछले कुछ वर्षों के टॉपर्स और सेवा आवंटन का उदाहरण
वर्ष | टॉपर का नाम | रैंक | सेवा | कैटेगरी |
---|---|---|---|---|
2022 | श्रुति शर्मा | 1 | IAS | General |
2021 | शुभम कुमार | 1 | IAS | General |
2020 | प्रदीप सिंह | 1 | IAS | General |
2019 | कनिष्क कटारिया | 1 | IAS | SC |
8. निष्कर्ष
UPSC सेवा आवंटन एक अत्यंत जटिल और व्यवस्थित प्रक्रिया है जो न केवल रैंक पर आधारित होती है, बल्कि कैटेगरी, महिला आरक्षण, PwBD कोटा और सेवा वरीयता जैसे कई मापदंडों पर भी निर्भर करती है। हालांकि IAS और IFS जैसी शीर्ष सेवाओं के लिए टॉप 100-120 रैंक के भीतर रहना लगभग अनिवार्य है, वहीं IRS, IRTS, और अन्य ग्रुप A सेवाएं 300-800 रैंक तक भी प्राप्त की जा सकती हैं, खासकर आरक्षित श्रेणियों के लिए।
महिला उम्मीदवारों के लिए क्षैतिज आरक्षण का लाभ उनके अपने कैटेगरी कोटे में होता है, जिससे उन्हें प्रतियोगिता में अतिरिक्त अवसर मिलते हैं।
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे सेवा वरीयता चयन में सोच-समझकर निर्णय लें और अपने लक्ष्य की पूर्ति के लिए निरंतर अभ्यास करते रहें।
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